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अहंकार से बचें
मुस्नद अहमद की रिवायत है हज़रत सुहैब रज़ियल्लाहु अन्हु से वर्णित है कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जब नमाज़ से फारिग़ होते तो धीरे से कुछ बोलते, जिसे हम समझ नहीं पाते थे और न आप हमें बताते थे। एक दिन अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हमसे कहा: अफतिनतुम […]
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