शव्वाल के 6 रोज़े हमेशा रोज़ा रखने के समान हैं
रमज़ान के समाप्त होते ही एक मुस्लिम पर शैतान का आक्रमण सख्त हो जाता है, लेकिन अल्लाह के नेक बन्दों पर उसका दाव नहीं चल सकता, कि वे हर स्थिति में अल्लाह से अपना सम्बन्ध जोड़े होते हैं। अतः रमज़ान के समाप्त होते ही अल्लाह के बन्दे शव्वाल के 6 रोज़े रखना शुरू कर देते हैं और […]
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