तौहीदे अस्मा व सिफात
अल्लाह तआला के नामों तथा सिफात को उसी समय हम समझ सकते हैं जैसा कि अल्लाह ने क़ुरआन या नबी (सल्ल) ने हदीस में खबर दिया है ...
सहाबा और नबी (सल्ल) की हिजरत
सहाबा और नबी (सल्ल) की जीवन में घटित सब से महत्वपूर्ण घटना जिसने इतिहास का नक्शा परिवर्तन कर दिया। जिस पर बहुत अत्याचार ...
हिजरत का महत्व और उसका हुक्म
हिजरत बहुत ही पवित्र इबादत है। जो केवल अल्लाह की खुशी के लक्ष्य से हिजरत करे तो मुहाजिर को बहुत पुण्य प्राप्त होता है और ...
मुहर्रम महीने का महत्व
अल्लाह का अपने दासों पर बहुत बड़ा कृपा है कि उसने बन्दों की झोली को पुण्य से भरने के लिए विभिन्न शुभ अवसर उतपन्न किये। ...
पलास्टर या पट्टियों पर मसह करने का तरीका
जब किसी मानव को किसी घटना के कारण शरीर का कोई अंग जल जाए या टूट जाए या घाव हो तो उस स्थान पर दवा और पट्टी या पलास्टर बां ...
मोज़े पर मसह
पुरूष तथा महिला के लिए मोज़े पर मसह करना जाइज़ है। चाहे गर्मी का समय हो या जाड़ा का समय हो, चाहे यात्री व्यक्ति हो या अप ...
कर्म नियत पर आधारित है।
मानव के कर्म उसी समय अल्लाह तआला के पास स्वीकारित हैं, जब मानव अपने कर्म और कर्तव्य करते समय अपनी नियत को केवल अल्लाह की ...
तौहीदे उलूहियत
तौहीदे उलूहियत के माध्यम से हम अपने सृष्टिकर्ता का परिचय करते है। फिर हम उसी की पूजा और अराधना कर हम दुनिया तथा पारलोक म ...
बड़े शिर्क की खराबियां
शिर्क करने वाले लोग अल्लाह का सही तरीके से परिचय नही कर पाते हैं जिस कारण अल्लाह के उच्च स्थान पर किसी गैरूल्लाह को बराज ...
ज़िल्हिज्जा का महत्व
अल्लाह तआला का बहुत कृपा है कि अल्लाह ने अपने सृष्टि में से कुछ मख्लूक को कुछ पर महानता और महत्व दी है। अल्लाह ने मानव क ...