(1) जब किसी से मिलें तो अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु कहें। यह सांसारिक और पारलौकिक हर प्रकार की शान्ति और भलाई की दुआ पर सम्मिलित है।
(2) मुलाक़ात के समय मुस्कुराते चेहरे से स्वागत कीजिए, किसी से मुस्कुराते हुए मिलने पर भी हमें सवाब मिलता है।
(3) किसी के हां जाएं तो द्वार पर अनुमति लें और अनुमति मिल जाने के बाद अस्सलामु अलैकु कह कर अंदर जाएं। यदि तीन बार अस्सलामु अलैकुम कहने के बाद भी कोई उत्तर न मिले तो खुशी खुशी वापस लौट आएं।
(4) किसी के पास जाएं तो काम की बात करें बेकार की बातों में अपना समय नष्ट मत करें।
(5) हर मुसलमान को सलाम करें चाहे उससे परिचित हों या न हों। हां गैर मुस्लिम को अस्सलामु अलैकुम कहने की बजाए आदाब अथवा Good Morning, Good Night आदि कहना चाहिए।
(6) जब अपने घर में प्रवेश करें तो परिवार के सदस्य को भी सलाम करें।
(7) सलाम करने में हमेशा पहल करना चाहिए। अल्लाह के रसूल सल्ल0 बच्चों के पास से भी गुज़रते थे तो उनको सलाम करते थे।