21वीं शताब्दी, विकास और अंधविश्वास

21वीं शताब्दी, विकास और अंधविश्वास

  अभी हम 21वीं शताब्दी से गुजर रहे हैं , यह शताब्दी अविष्कारों की शताब्दी कहलाती है , बुद्धि वि ...

अल्लाह के नामों और सिफात के आदर-सम्मान करने के कुछ तरीके

अल्लाह के नामों और सिफात के आदर-सम्मान करने के कुछ तरीके

अल्लाह तआला के सम्पूर्ण अच्छे नामों और सिफात (विशेषताएँ) का आदर-सम्मान करना प्रत्येक मुस्लिम पर ...

तौहीदे अस्मा व सिफात

तौहीदे अस्मा व सिफात

अल्लाह पाक को उनके नामों और विशेषताओं में यकता और तन्हा मानने का मतलब किया है ? तौहीदे अस्मा व ...

तौहीदे उलूहियत

तौहीदे उलूहियत

अल्लाह तआला को उसकी उलूहियत में यकता और तन्हा मानने का अर्थात क्या है ? तौहीद उलूहियत का अर्थः ...

एकेश्वरवाद का मानव-जीवन पर प्रभाव

एकेश्वरवाद का मानव-जीवन पर प्रभाव

अल्लाह को एक और अकेला मानना एकेश्वरवाद के मानने का मतलब निम्नलिखित बातों का मानाना है— मनुष्य औ ...

तौहीदे रुबूबियत

तौहीदे रुबूबियत

हम अपने मालिक और सृष्टिकर्ता को तौहीदे रुबूबियत, तौहीदे उलूहियत और तौहीदे अस्मा व सिफ़ात के माध ...

तौहीद के प्रति हम पर क्या अनिवार्य है ?

तौहीद के प्रति हम पर क्या अनिवार्य है ?

तौहीद के लिए ही पूरे संसार की रचना हुई है, इस लिए इसे सही तरीके से समझना और इसके  विरोध  आस्थाओ ...

भविष्य का ज्ञान केवल अल्लाह तआला को ही है।

भविष्य का ज्ञान केवल अल्लाह तआला को ही है।

यह इस्लाम धर्म की महत्वपूर्ण मूल बातों में से है कि अल्लाह तआला ने भविष्य का ज्ञान अपने पास सुर ...

तौहीद का महत्व

तौहीद का महत्व

तौहीद शब्द अरबी भाषा का शब्द है, वह्हद युवह्हिदु का मस्दर (स्रोत) है, जिसका अर्थः एक मानना, यकत ...

अल्लाह कौन?

अल्लाह कौन?

अल्लाह कौन? हमारे मन में यह प्रश्न बार बार उभरता  है कि अल्लाह कौन  है ? वह कैसा है ? उस के गुण ...

संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम भी हमारी बिगड़ी नहीं बना सकते 

संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम भी हमारी बिगड़ी नहीं बना सकते 

हम मुसलमानों की आस्था है कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम सारी मानवता में सबसे बेहतर हैं। उन ...

 तूफाने नूह

 तूफाने नूह

तूफाने नूह क्या है?  क्यों आया ?  कैसे आया ? और इसका क्या परिणाम हुआ ? इन्हीं बिंदुओं पर इस लेख ...

अल्लाह तक पहुंचने के लिए किसी Middle Man की ज़रूरत नहीं

अल्लाह तक पहुंचने के लिए किसी Middle Man की ज़रूरत नहीं

इस धरती पर पाये जाने वाले अधिकांश धर्मों में कुछ लोगों को अल्लाह और दासों के बीच माध्यम बना लिय ...

शिर्क सब से बड़ा ज़ुल्म है

शिर्क सब से बड़ा ज़ुल्म है

एक सज्जन ने पूछा है कि शिर्क सब से बड़ा ज़ुल्म कैसे है? उन से हम कहना चाहेंगे कि सब से पहले आप ...

“काश मैं नबी का ज़माना पाता”  कहना कैसा है ?

“काश मैं नबी का ज़माना पाता” कहना कैसा है ?

क्या एक मुसलमान के लिए वैध है कि वह अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के मुबारक समय में ह ...

छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिन से बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते (अन्तिम भाग)

छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिन से बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते (अन्तिम भाग)

85 प्रश्नः आपका (वास्तविक) शत्रु कौन है ? उत्तरः शैतान 86 प्रश्नः मर्दूद शैतान से आप कब पनाह मा ...

छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिन से बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते (3)

छोटों के लिए कुछ प्रश्न जिन से बड़े बेनियाज़ नहीं हो सकते (3)

59- प्रश्नः कौन सी चीज़ एक व्यक्ति को जन्नत में दाख़िल करती है ? उत्तरः अल्लाह का तक़वा और अच्छ ...

अक़ीदा से सम्बन्धित प्रश्न एवं उत्तर (भाग 1)

अक़ीदा से सम्बन्धित प्रश्न एवं उत्तर (भाग 1)

1- प्रश्नः वह कलमा जिसे बोलकर एक आदमी मुसलमान बनता है क्या है और उसका अर्थ क्या होता है? उत्तरः ...

इस्लामी आस्था और संतुलन

इस्लामी आस्था और संतुलन

संतुलित जीवन का हर इनसान इच्छुक होता है, क्या आप भी इसके इ्च्छुक हैं? यदि हाँ तो आइए इसकी खोज क ...

गौपूजा कैसे आरम्भ हुई ?

गौपूजा कैसे आरम्भ हुई ?

क़ुरआन सत्य और असत्य को परखने का ऐसा मापदंड है जिसके दर्पण में किसी भी विषय को सरलतापूर्वक जांच ...