विश्वन नायक के पाच महत्वपूर्ण प्रवचन
हज़रत अबु हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु का बयान है कि एक दिन अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने अपने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि कौन है जो मुझ से यह शब्द सीखे फिर उन पर अमल करे या जो पालन करने वाला हो उसे सिखाए? हज़रत अबु हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु कहते हैं कि मैंने कहा: मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं ऐ अल्लाह के रसूल! तब आपने मेरा हाथ पकड़ा और पांच शब्द गिनाते हुए कहाः
اتَّقِ المحارمَ تَكن أعبدَ النَّاسِ
हराम कामों से बचो सबसे बढ़कर इबादत गुज़ार बन जाओगे,
وارضَ بما قسمَ اللَّهُ لَكَ تَكن أغنى النَّاسِ
अल्लाह ने तुम्हारे लिए जो निर्णय किया है उससे संतुष्ट रहो लोगों में सबसे बढ़कर अमीर बन जाओगे,
وأحسِن إلى جارِكَ تَكُن مؤمنًا
अपने पड़ोसी के साथ अच्छा व्यवहार करो मोमिन बन जाओगे,
وأحبَّ للنَّاسِ ما تحبُّ لنفسِكَ تَكن مسلِمًا
जो अपने लिए पसंद है वही दूसरों के लिए भी पसंद करो मुसलमान बन जाओगे,
ولا تُكثرِ الضَّحِكَ فإنَّ كثرةَ الضَّحِكِ تميتُ القلبَ
और अधिक हंसने से परहेज़ करो क्योंकि अधिक हंसी दिल को मृत कर देती है। (सहीहुत्तिर्मिज़ी:: 2305 हसन)