आर्थिक शक्ति होने के बावजूद हज्ज न करना भी बहुत बड़ा पाप है।

इस्लाम के पाँच स्तम्भों में से हज्ज पाँचवां स्तम्भ है। शक्ति और सुविधा होने के बाद हज्ज का अदा ...