संभव है कि आप इस लेख को अपने घर में बैठ कर पढ़ रहे हों, या कार्यालय में बैठे इसका अध्ययन कर रहे हों, आप जहां कहीं भी हों… रात में अपने बिस्तर पर अवश्य आएंगे. अपने मन में जरा एक दृष्टि अपने कमरे और बिस्तर पर डाल लें, फिर हमारे साथ आएं और विचार करें उस बिस्तर के बारे में…. जो यहां के बिस्तर से अलग होगा, जी हाँ! बिल्कुल अलग, जो हमें ज़रूर मिलने वाला है, लेकिन वहाँ बिस्तर मिट्टी का होगा, तकिया भी मिट्टी का होगा, और नाइट ड्रेस जानते हैं कया होगा? कफन होगा….कफ़न. हम सब मनो मन मिट्टी के नीचे दबा दिए जाएंगे. वहां न फ्रिज होगा, न कूलर, न पंखा होगा न हीटर, वहां न नौकर होंगे और मनोरंजन के लिए रेडियो और टैलेवीड़न का प्रबंधन … हाँ चारों ओर कीड़े मकोड़े जरूर होंगे।
कभी हमने उस अंधेरी कोठरी के सम्बन्ध में सोचा जिस में हम एक दिन जरूर शरण लेने वाले हैं। मान लीजिए एक रात के लिए यदि कोई आपको लाख रुपए देता है और कहता है कि आज रात आप एक अंधेर जगह पर मिट्टी के ऊपर ही मात्र एक रात बिताएं. जहां आपके चारों ओर हर प्रकार के कीड़े मकोड़े होंगे।
दिल पर हाथ रख कर जवाब दीजिए क्या आप इसे स्वीकार कर लेंगे कि आपको एक लाख रूपए मिल रहे हैं।? बिल्कुल नहीं. लेकिन एक दिन हम एक तंग और अंधेर कोठरी को चाहे न चाहे स्वीकार करने वाले हैं, भूमि के ऊपर नहीं बल्कि भूमि के नीचे…. मनो मन मिट्टी की तह में….और सम्भव है कि वह रात आज ही की हो….।
यह दुनिया समाप्त होने वाली है, और हम यहाँ कुछ दिनों के लिए ठहराए गए हैं, हमारा जीवन बर्फ के समान पिघल रहा है, यह वास्तव में पानी का बुलबुला है, जिसके बारे में हमें हमेशा चिंतित होना चाहिए और मौत की तैयारी में जुट जाना चाहिए, मौत का न किसी ने आज तक इनकार किया है न महाप्रलय के दिन तक इनकार कर सकता है, मृत्यु कभी बताकर नहीं आती और जब आती है तो एक सिकंड भी आराम नहीं मिलता. हमारा सपना धरा का धरा रह जाता है और हम क़ब्र की गोद और तंग कोठरी में सोला दिए जाते हैं।
प्रिय मित्रः स्वयं विचार करें कि आप मृतक हैं। स्नान कराने के लिए बेड पर आपको लेटा दिया गया है। लोग आप को उलटफेर कर रहे हैं, आप पर पानी बहा रहे हैं, फिर काफूर डाल कर कफ़न में लपेटले हैं, आपके परिवार के सदस्य आपको उठा कर समाधि की ओर ले चल रहे हैं, उनकी आँखों से आंसू बह कर चेहरे पर टपक रहा है, हर है की इच्छा है कि कुछ बात करते…लेकिन शरीर में कोई हरकत नहीं, हर प्रकार की सोच और शक्ति से मूक्त शरीर समाधि में डाला जाने वाला है।
अब ज़रा दोंनों आंखें बंद करें और इन सारे मरहलों पर एक एक करके विचार करें… अवश्य आंखों से आंसुओं के क़तरे बहने लगेंगे, अपने बच्चों, अपनी पत्नी, और अपने परिवार के शोक पर
विचार करें, अब आप अकेले क़ब्र में जाने वाले हैं, लोगों ने आपके लिए ही क़ब्र खोदा है, क़ब्र भी आपके ठहरने की प्रतीक्षा कर रही है, यहां पर आपको किसी चीज़ का भय होगा तो मात्र एकांत का होगा,
इसलिए मेरे भाइयो और बहनो! संकल्प करें कि अभी से हमें उस कब्र की तैयारी शुरू कर देनी है. आइए अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि अल्लाह हम सब को लोक और प्रलोक की अच्छाइयां प्रदान करे, हमारे मामलों को ठीक कर दे, हमारी परेशानियां दूर कर दे, जो भाई या बहन बीमार हैं उन्हें जल्द से जल्द शिफ़ा अता फरमा, जिन भाइयों एवं बहनों के दिल टूटे हुए हैं उनके बीच प्रेम पैदा फरमा दे। जो लोग इस दुनिया से गुजर चुके हैं उनकी कब्र को नूर से भर दे, और उन्हें जन्नतुल फिरदौस में जगह नसीब फ़रमा और जो लोग जीवित हैं उन्हें नेकियों की तौफ़ीक़ प्रदान कर, हम सब की मृत्यु हो तो ईमान पर मृत्यु फरमा। आमीन.