मानव स्वतन्त्र पैदा हुआ है।

अल्लाह तआला ने मानव को स्वतन्त्र पैदा किया है। मानव केवल अल्लाह का दास है और अल्लाह का ही गुलाम ...

अनुकम्पाओं का सम्मान कीजिए

  जब कोई व्यक्ति आपका कोई मामूली काम कर देता है तो तुरन्त आपकी ज़बान पर ” धन्यवाद ” ...

21वीं शताब्दी, विकास और अंधविश्वास

  अभी हम 21वीं शताब्दी से गुजर रहे हैं , यह शताब्दी अविष्कारों की शताब्दी कहलाती है , बुद्धि वि ...

बैतुल मक़दिस का मालिक कौन: यहूद या मुसलमान ?

इस धरती पर मानव ने अत्याचार के विभिन्न रूप देखें हैं, इतिहास में वह दिन भी देखा है कि फिलिस्तीन ...

मुझे इस्लाम में शान्ति मिली

   मैं कभी मूर्ति पूजक था, मूर्ति पूजा में इतना आगे बढ़ा हुआ था कि मूर्तियों की प्रशंसा में हमे ...

अल्लाह के नामों और सिफात के आदर-सम्मान करने के कुछ तरीके

अल्लाह तआला के सम्पूर्ण अच्छे नामों और सिफात (विशेषताएँ) का आदर-सम्मान करना प्रत्येक मुस्लिम पर ...

तौहीदे अस्मा व सिफात

अल्लाह पाक को उनके नामों और विशेषताओं में यकता और तन्हा मानने का मतलब किया है ? तौहीदे अस्मा व ...

सहाबा और नबी (सल्ल) की हिजरत

नबियों की इतिहास में हिजरत एक ऐसा निःस्वार्थ घटना है। जो रसूलों (अलैहिमुस्सलाम) की सुन्नत रही ह ...

हिजरत का महत्व और उसका हुक्म

इस्लामी इतिहास में हिजरत एक ऐसा पवित्र और निःस्वार्थ घटना है जिसने सत्य और असत्य में अन्तर उतपन ...

मुहर्रम महीने का महत्व

सम्पूर्ण प्रशंसा का अल्लाह तआला ही योग्य है और मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर अनगिनित दर ...

पलास्टर या पट्टियों पर मसह करने का तरीका

  जब किसी मानव को किसी घटना के कारण शरीर का कोई अंग जल जाए या टूट जाए या घाव हो तो उस स्था ...

मोज़े पर मसह

मोज़ा चमड़े या कपड़े से बनाए गए वस्त्र को कहते हैं जो पांव के साथ टखने को छुपाए। पुरूष तथा महिल ...

कर्म नियत पर आधारित है।

उमर बिन खत्ताब (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णन है कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः  ...

तौहीदे उलूहियत

अल्लाह तआला को उसकी उलूहियत में यकता और तन्हा मानने का अर्थात क्या है ? तौहीद उलूहियत का अर्थः ...

बड़े शिर्क की खराबियां

शिर्क करने वाले लोग अल्लाह का सही तरीके से परिचय नही कर पाते हैं जिस कारण अल्लाह के उच्च स्थान ...

ज़िल्हिज्जा का महत्व

अल्लाह तआला का बहुत कृपा है कि अल्लाह ने अपने सृष्टि में से कुछ मख्लूक को कुछ पर महानता और महत् ...

मानव जीवन पर हज्ज का प्रभाव

हज्ज की यात्रा प्रेम और स्नेह की यात्रा है, इसके रास्ते में आदमी अपने रब के दरबार में जा रहा हो ...

विकलांगताः इस्लाम की दृष्टि में

जिसके शरीर अथवा बुद्धि में किसी प्रकार की कमी पाई जाती हो उसे विकलांग कहते हैं। जैसे अंधा, बहरा ...

उमरा करने का तरीक़ा

 उमरा के तीन स्तम्भ (अरकान) हैं: (1) इहराम (2) तवाफ (3) सफा और मर्वा की सई और उसके वाजिब दो हैं ...

एकेश्वरवाद का मानव-जीवन पर प्रभाव

अल्लाह को एक और अकेला मानना एकेश्वरवाद के मानने का मतलब निम्नलिखित बातों का मानाना है— मनुष्य औ ...